भगवान गौतम बुद्ध जीवन पर‍ि‍चय एवं उनके कोटस। Lord gautam buddha quotes in hindi best।gautam buddha ki kahani

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भगवान गौतम बुद्ध जीवन पर‍ि‍चय एवं उनके कोटस

bhagwan gautam buddha ki jivani & Quotes

हेलो दोस्तों आज हम बात करेंगे  lord gautam buddha quotes in hindi भगवान् बुद्ध के जीवन की और उनके बताये गए रास्ते की | हम सब अपने आस पास की स्थिति से कभी-कभी बहुत व‍िचलित हो जाते हैं जैसे कहीं Office पोलिटिक्‍स घ‍िरा हैं, कोई खुद की परेशानियो से दुखी हुआ हैं , कोई बाहर के  माहौल से परेशान हैं |

एैसे में हम कहीं न कहीं शांति की खोज में रहते हैं | दिन भर काम कर के जब घर आते हो तो मन करता हैं की कहीं से थोड़ी शांति मिल जाये तो जिंदगी में सुकून आ जायेगा और  जीना आसान हो जायेगा | फिर इस शांति की खोज में हम इधर उधार भटकना शुरू कर देते हैं |

कभी दोस्तों को फ़ोन लगा लिया , कभी  टीवी पे न्यूज़ देखने लगे तो कभी अकेले गाड़ी लेकर कहीं दूर निकल जाते हैं | लेकिन सच बताये क्या कुछ देर के बाद ही आप वापस फिर उसी दुःख से भरी दुनिया  में वापस नहीं आ जाते  ? क्यों इतना मुश्किल हैं शांति और सुकून से रहना ? क्यों हम दुःख से घिरे हुए हैं ?

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Lord gautam buddha quotes in hindi

 यहीं सारी सोच को लेकर हजारो साल पहले एक इंसान अपने घर से सब कुछ छोड़ छाड़ के निकल गये था  ताकि अपने और दुसरो के लिए इस प्रश्न का उत्तर खोज सके | वो इंसान कोई और नहीं सिद्धार्थ गौतम (Loard Gautam Buddha) हैं जिन्हें पूरी दुनिया गौतम बुद्ध या भगवान बुद्ध के नाम से जानती हैं | गौतम बुद्ध ने अपना सारा राज पाठ छोड़ के खुद के उस सत्य की खोज में निकल गये जो पुरे संसार में दुःख का कारण हैं |

जीवन प‍र‍िचय । bhagwan gautam buddha ki jivani

गौतम बुद्ध का (gautam buddha ki kahani) जन्म नेपाल की तराई में स्थित कपिलवस्तु के लुम्बिनी ग्राम में शाक्य क्षत्रिय कुल में 563 ई.पू.में हुआ था। इनका बचपन का नाम सिद्धार्थ (gautama siddhartha quotes था। इनकी माता का नाम महामाया तथा पिता का नाम शुद्धोधन था इनके जन्म के 7वें दिन माता महामाया का देहांत हो गया था,

इसलिए सिद्धार्थ का लालन-पालन उनकी मौसी प्रजापति गौतमी ने किया | सांसारिक समस्याओं से व्यथित होकर सिद्धार्थ ने 29 वर्ष की अवस्था में गृह त्याग दिया । इस त्याग को बौद्ध धर्म में महाभि-निष्क्रमण कहा गया है। गृहत्याग के बाद सिद्धार्थ (gautama siddhartha) अनोमा नदी के तट पर अपने सिर को मुङवा कर भिक्षुओं का काषाय वस्त्र धारण किया।

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सात वर्ष तक सिद्धार्थ ज्ञान की खोज में इधर-उधर भटकते रहे। सर्वप्रथम वैशाली के समीप अलार क़लाम (सांख्य दर्शन के आचार्य) नामक संयासी के आश्रम में आये। इसके बाद उन्होंने उरुवेला (बोधगया) के लिए प्रस्थान किया,जहाँ उन्हें कौडिन्य सहित 5 साधक मिले 6 वर्ष तक अथक प्रयास के बाद तथा घोर तपस्या के बाद 35 वर्ष की आयु में वैशाख पूर्णिमा की रात पीपल(पीपल) वृक्ष के नीचे निरंजना (पुनपुन) नदी के तट पर सिद्धार्थ को ज्ञान प्राप्त हुआ। इसी दिन से सिद्धार्थ तथागत कहलाये ज्ञान प्राप्ति के बाद सिद्धार्थ गौतम बुद्ध के नाम से प्रसिद्ध हुए।

आइए भगवान बुद्ध के कुछ कोट्स को पहले पढ़ते हैं और समझते हैं उनके अन्दर छिपे रहस्य को |

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तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, तुम अपने क्रोध के द्वारा दंड पाओगे

हम अगर क्रोध को थोड़ा नजदीक से देखे तो हमें पता चलता हैं की क्रोध करने से आपके सामने वाले का नहीं सिर्फ और सिर्फ आपका नुकसान होता हैं | ये नुकसान आपको दंड के रूप में मिलता हैं | आप कभी भी किसी के ऊपर क्रोध करके देख लीजिये आपके मन के अन्दर एक गुस्से का संचार होता हैं, आपके हाथ पाँव कम्पने लगते हैं, आप की जवान लड़खड़ाने लगती हैं | अगर आप अपने गुस्से पे कण्ट्रोल नहीं करते तो फिर आपकी ये आदत बन जाती हैं.

और फिर आपके बस में कुछ नहीं रहता हैं | आप दुसरे पे गुस्सा करते जाओगे और आपको उसका दंड मिलता जायेगा | आप कई तरह की बिमारीओं से घिरने लगते हों | हाई ब्लड प्रेशर , शुगर , डिप्रेशन जैसी बीमारियाँ आपके मित्र बन जातें हैं जो आपके नहीं चाहते हुए भी आपको हमेशा परेशान करते रहेंगे | भगवान गौतम बुद्ध  (bhagwan gautam Buddha) ने यहीं ज्ञान प्राप्त किया और पूरी जिंदगी यहीं सब को समझाते रहे की क्रोध करने से आप किसी और को नहीं आपने आप को दंड दे रहे हों | इसलिए एक क्रोध नाम की बीमारी से हमें यथा संभव बाख के रहना चहिये |

जिसने अपने मन को वश में कर लिया, उसकी जीत को देवता भी हार में नहीं बदल सकते हैं

       (lord gautam buddha quotes in hindi)

अपने मन को वश में करना दुनिया का सबसे मुश्किल काम हैं , पर जिसने इसे कर लिया उसके लिए फिर कुछ भी मुश्किल नहीं हैं | वो अपने हर लक्ष्य को जरुर पायेगा और विजय होगा | असल में हमारा मन हमें कोई भी काम करने से रोकता हैं और यहीं मन हमें किसी भी मुश्किल से मुश्किल काम को करने के लिए प्रेरित भी करता हैं |

किसी भी काम को करने से पहले हम अपने मन के साथ एक मीटिंग या अन्दर ही अन्दर बात चीत करते  हैं | हमारा मन हमें सिग्नल देता हैं उस काम को करने या नहीं करने का | हमें अपने मन को अपने दिशा निर्देशों के अनुसार चलाने की विद्या सीखनी होगी जिससे की मन वैसे चले जैसे हम चाहें ना की जैसे हमारा मन चाहें |इसलिए अपने मन को वश में करना हमारे  सुखी जीवन जीने के लिए आवयशक |

घृणा , घृणा  से नहीं प्रेम से खत्म होती हैं, यह शाश्वत सत्य है

    ( lord gautam buddha quotes in hindi)

किसी के मन अगर किसी बात को लेकर या किसी इंसान को लेकर अगर घृणा या नफरत हैं तो उस नफरत को सिर्फ और सिर्फ प्यार से ही खत्‍म किया जा सकता हैं | किसी कमरे में फैले अन्धकार को एक छोटा सा दिया रौशन कर के उस अन्धकार को हमेशा के लिए ख़तम कर देता हैं ठीक उसी प्रकार प्यार और करुणा वो सकती हैं जिससे किसी भी व्यक्ति के क्रोध और घृणा को ख़तम किया जा सकता हैं |

आप किसी गुस्से से भरे व्यक्ति से दो मीठे और प्यार के बोल बोल के देखिये वो इंसान पहले तो पके तरफ़ गुस्से में देख सकता हैं लेकिन आपके प्यार से बोले गये प्यार के शब्द उसके नफरत और घृणा को ख़तम कर के ही रहेगा | भागवान बुद्ध ने हमें यही बताया की हमें किसी भी व्यक्ति से क्रोध या नफरत से नही हमेशा प्यार और करुणा से बात करनी चहिये | क्‍योंकि उस इंसान को अपने गुस्से और उससे होने वाले नुकसान का आभास नहीं होता हैं |

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bhagwan gautam buddha ka jivan parichay

पर जो व्यक्ति इस बात को समझता हैं उसे अपने से हर व्यक्ति के साथ प्रेम से ही बात करनी चाहिए | भगवान गौतम बुद्ध की जीवनी  (Lord buddha ki jivani) से हमें यहीं सिख मिलती हैं की उन्होंने पूरी जिंदगी हर किसी से प्यार और करुणा के सथ ही पेश आये चाहे उनके पास कोई कितना भी क्रोधित होकर क्यों ना आ जाता था वो भगवान बुद्ध के सामने आकर उनकी मुख की चमत्कारित शांत छवि देख कर तुरंत क्रोध मुक्त हो जाता था |

दोस्तों आज से ही आप अपने गुस्से को प्यार से बदलने की कोशिश कर दें | bhagwan gautam buddha ki jivani से हमें हमेशा यही शिक्षा मिलती हैं और हमें खुद में ये बदलाव लेकर आना चाहिए क्‍योंकि इससे हमारा ही फायदा होगा और जब हम खुद इससे लाभ उठाएंगे तो हमारे आस पास के लोग भी हमसे प्रेरणा लेंगे |

bhagwan gautam buddha ki image.

अतीत पर ध्यान मत दो, भविष्य की चिंता मत करो, अपने मन को वर्तमान क्षण पर नियंत्रित करें

 ( Bhagwan gautam buddha ki jivani)

भगवान् बुद्ध ने जब ये देख की दुनिया में हर कोई दुखी हैं तो उनके मन में ये सवाल उठा की ये दुःख का कारण क्या हैं ? कई साल तक वो जंगले में तपस्या करते रहे फिर भी उन्हें इसका जवाब नहीं मिला जिससे वो थोड़े बिचलित तो हुए लेकिन अपनी खोज में लगे रहे | आखिरकार bhagwan gautam Buddha नें ये देखा की इंसान हमेशा या तो अतीत यानि भूतकाल के बारें में सोच के दुखी या खुश होता हैं या फिर  भविष्य के कल्पनाओं में खोया रहता हैं |

बस यहीं पे bhagwan gautam Buddha ने ये खोज निकाला की अगर हम अतीत में रहना छोड़ दे और भविष्य की भी चिंता न करें तो हमारे पास सिर्फ वर्त्तमान रहता हैं और वर्तमान में रहना ही हमें सारे दुखों और चिंता  से दूर रखता हैं | जब हम अतीत की किसी अच्छी बात को याद कर के खुश होते हैं तो मन उस पल के लिए और लोभ होता हैं हमें लगता हैं की वो पल फिर से आ जाये और हम उसी तरह से खुश रहे |

ठीक उसी तरह अगर अतीत में अगर कुछ बुरा हुआ हो तो हम उसके बारे में बार बार सोच के अपने मन को खुद से कष्ट देते रहते हैं उस अतीत की कडवाहट को याद कर के खुद को और भी दुःख में डुबो देते हैं | कितना गलत हैं हमारा इन सब अतीत की हो चुकि और भविष्य की  होने वाली चीजों के बारें में सोच के अपना समय व्यर्थ करना | इसलिए हमें हमेशा वर्तमान के बारें में सोचना चाहिए क्‍योंकि आज जो आपका वर्तमान हैं वहीँ आपका भूत बनता  हैं,

और वर्तमान में किये गये कार्य ही आपके भविष्य को बेहतर और खुशहाल बनाते हैं | तो दोस्तों मुझे पूरा विश्वास हैं की gautam buddha ki kahani और lord gautam buddha quotes in hindi को पढ़ कर आप वर्तमान में रहने का प्रयास करेंगे और अपने और अपने परिवार में एक पॉजिटिव Vibes का संचार करेंगें |

असली खुशी सब कुछ प्राप्त कर लेने में नहीं है, बल्कि सब कुछ दे देने में हैं

       (gautam buddha ki kahani)

हम पूरी जिंदगी भर दोस्तों कमाने और कुछ अर्जित करने के कामों में लगे रहते हैं | कमाना और अर्जित करना गलत बात नही हैं , हर इंसान का ये फ़र्ज़ हैं की अपने और अपने परिवार का हर तरीके से ख्याल रखें उनको हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराएँ | लेकिन हमें हमेशा सब कुछ पा लेने के पीछे पागल नहीं होना चाहिए | जिंदगी में सबसे बड़ा सुख देनेमें हैं |

gautam buddha ki kahani
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आप जब अपनी शक्ति अनुसार कुछ दान देते हो तब जो ख़ुशी आपको मिलती हैं वो किसी से कुछ लेने में कभी नही मिल सकती हैं | हम अपनों बच्चो की ख़ुशी के लिए उन्हें महंगे Phones, Toys  देते हैं क्‍योंकि उनकी चेहरे की ख़ुशी को देख के आपको अन्यंत सुख का अनुभव होता है, ठीक उसी तरह जब भी मौका मिले कुछ दान अवश्य दे | रुपये पैसे से नहीं तो श्रम दान दें |

अपना कीमती समय सामाजिक कार्यो में लोगो की भलाई में दे | ये सभी दान अनमोल हैं और आपको अन्दर से एक शांत और सुखद इंसान बनाते हैं | तो दोस्तों अगर किसी को कुछ देने से आपको दुआए और भीतर से शांति दोनों मिले तो एैसे काम में देर कैसी | Bhagwan gautam buddha ka jivan parichay उनकी ऐसी  ही अनेक घटनाओं से भरा परा हैं | उन्होंने कभी कुछ लेने की इच्छा नहीं जताई | उनके पास जो भी आया चाहे वो राजा हो या भिक्षु सब को एक सामान ज्ञान का पाठ पढ़ाया |

मध्यम मार्ग अपनाये (gautam buddha ki kahani)

भगवान बुद्ध ने कहाँ की जीवन में हमेशा माध्यम मार्ग का अनुसरण करना चाहिए | इसका क्या मतलब होता हैं दोस्तों ? किसी भी चीज़ का अत्यधिक होना या अत्यंत कम होना दोनों हानिकारक होता हैं | इसलिए जिंदगी में जब ख़ुशी आये तो हमें पागलो की तरह उसका उत्सव नही मनाना नहीं चाहिए और जब भी दुःख आये तो खुद में बहुत ज्यादा निराश नही होना चाहिए |

क्‍योंकि भगवान् बुद्ध ने अनुभव से  देखा की ख़ुशी हो या दुःख हमेशा के लिए कुछ भी नहीं टिकता | और जो permanent हीं नहीं हैं उसके लिए क्या रोना या ख़ुशी मनाना | यहाँ दोस्तों कहने का मतलब ये हैं की दुनिया में कोई भी चीज़ permanent नहीं हैं | हमारा शरीर , हमारे दुःख , हमारे सुख सब बदलते रहते हैं और बदलते ही रहेंगे |

नदी की धारा को हमने देखा हैं की कैसे वो बहती रहती हैं | नदी की धारा जो एक जगह दिखती हैं वो अगले ही पल दूर निकल जाती हैं और उसकी जगह नई धारा आ जाती हैं | हमें बस वर्तमान में रहकर इनको समझना हैं और जो जैसे हो रहा हैं उसको observe karte rahna हैं |

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ये Law of impermanence bhagwan gautam Buddha के जीवन की सबसे बड़ी खोज हैं जो उन्होंने अपने अनुभव से प्राप्त किया और हज़ारो सालो से लोगो को मदद कर रहा हैं एक सुखी और शांतिपूर्ण जीवन जीने में |

सच्चाई वही हैं जो अनुभूति पे उतर जाये ( lord gautam buddha quotes in hindi)

दोस्तों हम सच्चाई को कैसे मानते हैं ? किताबों में पढ़कर ? किसी कामयाब लोगों की जीवनी सुनकर | ये सभी अच्छे तरीके हैं सच्चाई को जानने के लिए किन्तु lord gautam Buddha का कहना हैं की अपने अनुभूति से जो सच्चाई पता चलती हैं वो सर्वश्रेष्ठ हैं | मान लीजिये की कोई अगर आपको ये कहे की चाय बहुत मीठी बनी हैं तो हो सकता हैं चाय मीठी बनी हो लेकिन ये उस व्यक्ति का सच हैं आपका नहीं |

आपका सच तब आपका होगा जब आप उस चाय को खुद पीकर अपने अनुभव के आधार पे कहेंगे की बाकई में चाय मीठी बनी हैं | इसी प्रकार जिंदगी कई ऐसी चीज़े आपके सामने आएंगी जिन पर आपको खुद के अनुभव से आगे बढ़ना होता हैं | दुसरे लोगो का ज्ञान आपको मार्ग दर्शन जरुर देता हैं अपर हमेशा अपने अनुभूति पे उतारी गयी बातों को की अंतिम सत्य माने | 

Conclusion & Opinion 

दोस्तों भगवान गौतम बुद्ध के इस आर्टिकल lord gautam buddha quotes in hindi को पढ़ के आपको काफी हद तक  lord gautam buddha के बताये गए रास्तों का ज्ञान हो गया होगा लेकिन जैसा मैंने ऊपर के Pagragraph में लिखा हैं की अपनी अनुभूति पे उतारी गयी सच्चाई ही हमेशा सर्वश्रेष्ठ होती हैं | इसलिए आप खुद में सोचें और गहन अध्यन करके देखें की  Lord gautam buddha की कहीं गयी बातें हमारी जिंदगी को बदलने में कितनी सक्षम हैं |

दोस्तों मैं  फिर से एक बात दोहराना चाहूँगा की रास्ता आपको खुद ही तय करना हैं | सुख और दुःख कभी भी हमेशा के लिए नहीं रहते हैं इसलिए इनके लिए ज्यादा सोचना या लोभ करना व्यर्थ हैं वर्तमान में ध्यान दे खुद को सयम के साथ रखे और एक खुशहाल जीवन जिए | Lord gautam buddha की जीवनी हर इंसान के लिए एक सिखने का साधन हैं जो किसी भी जाती , धर्म के लिए एक समान हैं |

यही कारण हैं दोस्तों की Lord gautam buddha के followers पुरे विश्व में  फैले हैं जिसमे हर धर्म और हर समाज के लोग आते हैं | जीवन में कोई एक धर्म हैं तो वो सिर्फ मानवता हैं और एक परम सत्य हैं तो वो मृत्यु हैं | जो जन्म लिया हैं उसको एक न एक दिन मरना ही हैं इसलिए हमें किसी भी चीज का ना तो मोह करना चाहिए न ही विलाप |

तो फिर आज की चर्चा यहीं समाप्त करता हूँ | दोस्‍तो मुझे पूरी उम्‍मीद और भरोसा है क‍ि आपको ये आर्टिकल अच्‍छा लगा होगा और हमेशा की तरह अपने सुझाव और सन्देश आप मैसेज या ईमेल कर के हमें बता सकते हैं | तो दोस्तों  मिलते हैं अगली बार की क‍िसी ऐसे ही प्रेरणादायक टॉपिक के साथ |  तब तक के ल‍िये,

                              Stay Happy नमस्‍कार– 

धन्यवाद

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Dinesh Sagar
Dinesh Sagar
2 years ago

गौतम बुद्ध की कहानी बहुत अच्छी थी, मुझे तो आध्यात्मिक कहानियाँ वैसे भी बहुत पसंद है।